DRDO अग्नि-V ICBM को एयर बर्स्ट और बंकर बस्टर वेरिएंट में बदलने की योजना, 7.5 टन पारंपरिक वारहेड के साथ

DRDO अग्नि-V ICBM को एयर बर्स्ट और बंकर बस्टर वेरिएंट में बदलने की योजना, 7.5 टन पारंपरिक वारहेड के साथ

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) अपने प्रमुख अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-V को परमाणु-रहित पारंपरिक वेरिएंट में विकसित करने की शुरुआती योजना पर काम कर रहा है। यह नई मिसाइल 7.5 टन के भारी पारंपरिक वारहेड से लैस होगी, जो भारत की सामरिक हड़ताल क्षमता को बढ़ाने का संकेत देती है।

अग्नि-V, जो 5,000 किमी से अधिक दूरी तक निशाना साध सकता है, इस नए वेरिएंट में अपनी रेंज को 2,000-2,500 किमी तक सीमित करेगा, ताकि पड़ोसी क्षेत्रों में सटीक और शक्तिशाली हमले संभव हों। तीन चरणों वाला यह ठोस ईंधन मिसाइल अपनी उच्च सटीकता और कैनिस्टर लॉन्च सिस्टम के लिए जानी जाती है, जो इस नए रूप में भी बरकरार रहेगा।

DRDO दो विशेष वारहेड वेरिएंट विकसित कर रहा है:

  • एयर बर्स्ट वारहेड: यह ऊंचाई पर विस्फोट कर बड़े क्षेत्र में धमाका और घातक टुकड़े फैलाएगा, सैन्य काफिलों और हवाई अड्डों को निशाना बनाने के लिए प्रभावी।
  • बंकर बस्टर वारहेड: यह 80-100 मीटर गहरे किलेबंदी को भेदकर विस्फोट करेगा, गुप्त कमांड सेंटर या हथियार भंडार को नष्ट करने में सक्षम।

यह परियोजना भारत को परमाणु सीमा से परे आधुनिक खतरों का जवाब देने और दुश्मन की किलेबंदी को निशाना बनाने की क्षमता प्रदान करेगी।

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