“24 जून 2025 को IndiGo ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के चलते Dubai, Doha, Kuwait सहित 14 गंतव्यों के लिए उड़ानें सुबह 10 बजे तक रोकीं। Air India और Air India Express ने भी उड़ानें रद्द कीं। Qatar ने हवाई क्षेत्र खोला, लेकिन संकट बरकरार है। यात्रियों को वैकल्पिक विकल्प और रिफंड की सलाह दी गई है।”
मध्य पूर्व संकट: IndiGo ने क्यों रोकीं उड़ानें?
24 जून 2025 को भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण अपने प्रमुख गंतव्यों के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दीं। एयरलाइन ने X पर एक पोस्ट में घोषणा की कि Dubai, Doha, Bahrain, Dammam, Abu Dhabi, Kuwait, Madinah, Fujairah, Jeddah, Muscat, Sharjah, Riyadh, Ras Al-Khaimah और Tbilisi से आने-जाने वाली सभी उड़ानें कम से कम सुबह 10 बजे तक रद्द रहेंगी। यह निर्णय “मध्य पूर्व की बदलती स्थिति” के कारण लिया गया, जिसे IndiGo ने यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एक सक्रिय कदम बताया।
इस संकट की शुरुआत 13 जून 2025 को इजरायल के ईरान पर हवाई हमलों, जिसे ‘Operation Rising Lion’ नाम दिया गया, के बाद हुई। जवाब में, ईरान ने ‘Operation True Promise 3’ के तहत Qatar में Al Udeid Air Base सहित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इसके चलते Qatar, Iran, Iraq, Syria, Lebanon और Jordan ने अपने हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए, जिससे वैश्विक उड्डयन पर भारी असर पड़ा। IndiGo के अलावा, Air India ने मध्य पूर्व, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट के लिए अपनी उड़ानें निलंबित कर दीं, जबकि Air India Express की Kochi-Doha उड़ान Muscat डायवर्ट हुई और Kannur की उड़ान वापस लौट आई।
Qatar ने 24 जून को सुबह अपने हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया, जिसके बाद IndiGo ने धीरे-धीरे उड़ानें बहाल करने की घोषणा की। एयरलाइन ने कहा, “हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और सबसे सुरक्षित उड़ान मार्गों का चयन कर रहे हैं।” यात्रियों को सलाह दी गई कि वे IndiGo की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए उड़ान स्थिति की जांच करें और रीबुकिंग या रिफंड के विकल्प तलाशें।
इस संकट ने भारतीय यात्रियों को भारी असुविधा पहुंचाई। Delhi और Mumbai के हवाई अड्डों पर सैकड़ों यात्री फंसे रहे, और होटल बुकिंग्स पूरी तरह भर गईं। X पर यात्रियों ने अपनी निराशा जाहिर की, कुछ ने इसे “यात्रा दुःस्वप्न” करार दिया। IndiGo ने अतिरिक्त ग्राउंड स्टाफ तैनात किए और यात्रियों को सहायता प्रदान करने का वादा किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य पूर्व में तनाव कम होने तक उड्डयन क्षेत्र में अनिश्चितता बनी रहेगी। Morgan Stanley के विश्लेषकों ने चेतावनी दी कि हवाई क्षेत्र बंद होने से एयरलाइंस को लंबे मार्ग अपनाने पड़ सकते हैं, जिससे ईंधन लागत बढ़ेगी। भारत जैसे तेल आयातक देशों के लिए, यह स्थिति मुद्रास्फीति को और बढ़ा सकती है। SpiceJet और Akasa Air ने भी उड़ानों में देरी और रद्द होने की चेतावनी जारी की।
यात्रियों के लिए सलाह है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति नियमित रूप से जांचें और यात्रा योजनाओं में लचीलापन रखें। IndiGo और अन्य एयरलाइंस ने आश्वासन दिया कि सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, लेकिन इस संकट का प्रभाव कुछ दिनों तक बना रह सकता है।
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