“कैनरा रॉबेको AMC के हेड ऑफ इक्विटीज श्रीदत्ता भंडवालदार ने भविष्यवाणी की है कि 2025 का बाजार चक्र एक ‘बारबेल’ रैली होगा, जिसमें निवेश और उपभोग दोनों थीम्स प्रमुख होंगी। यह रणनीति निवेशकों के लिए नए अवसर खोलेगी, लेकिन सावधानी जरूरी है। जानें, कैसे चुनें सही सेक्टर्स और स्टॉक्स।”
2025 का बाजार: ‘बारबेल’ रैली का क्या मतलब?
कैनरा रॉबेको AMC के हेड ऑफ इक्विटीज श्रीदत्ता भंडवालदार ने हाल ही में Moneycontrol Mutual Fund Summit 2025 में कहा कि अगला बाजार चक्र एक ‘बारबेल’ रैली की शक्ल लेगा। इसका मतलब है कि बाजार में निवेश (investment) और उपभोग (consumption) दोनों थीम्स एक साथ उभरेंगी, जिससे निवेशकों को रणनीतिक रूप से स्टॉक्स चुनने की जरूरत होगी। भंडवालदार ने बताया कि पिछले दशक में पूंजीगत व्यय (capex) ने बाजार को गति दी है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के साथ रियल एस्टेट सेक्टर की बड़ी भूमिका रही। इस दौरान capex से जुड़े सेक्टर्स ने 14-15% की औसत वार्षिक वृद्धि (CAGR) दर्ज की, जो नाममात्र GDP ग्रोथ से कहीं अधिक है।
हालांकि, भंडवालदार ने चेतावनी दी कि अब निवेश थीम में ‘मार्जिन ऑफ सेफ्टी’ कम हो रही है। इसका मतलब है कि स्टॉक्स की वैल्यूएशन पहले की तरह आकर्षक नहीं रही। फिर भी, डिफेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी और ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर्स में लंबी अवधि की संभावनाएं बरकरार हैं। खासकर भू-राजनीतिक बदलावों (geopolitical tailwinds) ने इन सेक्टर्स को नई ताकत दी है। इसके अलावा, रिन्यूएबल एनर्जी और पावर सेक्टर्स में सिलेक्टिव निवेश के मौके हैं, बशर्ते निवेशक मूल्य श्रृंखला (value chain) में सही कंपनियों का चयन करें।
उपभोग थीम पर बात करते हुए भंडवालदार ने जोर दिया कि नौकरी सृजन (job creation) और वेतन वृद्धि (wage growth) इस रैली के दो प्रमुख आधार होंगे। सरकार की नीतियां, खासकर रोजगार-केंद्रित सेक्टर्स में, उपभोग को बढ़ावा देंगी। उदाहरण के लिए, ग्रामीण खर्च (rural spending) और आम लोगों के लिए टैक्स कटौती जैसे कदम उपभोग को गति दे सकते हैं। भंडवालदार ने सुझाव दिया कि निवेशकों को उन कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए, जो बढ़ते मुनाफे (expanding profit pools) का हिस्सा बन रही हैं, जैसे कि कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और फाइनेंशियल्स।
2025 में बाजार की चुनौतियों पर नजर डालें, तो भंडवालदार ने बताया कि Q3FY25 में आय में बड़ी कटौती की आशंका कम है। हालांकि, FMCG, सीमेंट, टू-व्हीलर ऑटो और कुछ बैंकों में सीमित आय कटौती हो सकती है। इसके बावजूद, BFSI (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस) सेक्टर सस्ते वैल्यूएशन के साथ आर्थिक चक्र का फायदा उठाने के लिए तैयार है। भंडवालदार ने निवेशकों को सलाह दी कि वे सेक्टर्स के बजाय उन कंपनियों पर फोकस करें, जो उच्च वृद्धि (high growth) दे सकती हैं, क्योंकि तेजी से बढ़ने वाली कंपनियां अक्सर ऊंचे वैल्यूएशन पर ट्रेड करती हैं।
बजट 2025 को लेकर भंडवालदार ने उम्मीद जताई कि सरकार पूंजीगत व्यय को बढ़ाने के साथ-साथ निजी कंपनियों को भी capex के लिए प्रोत्साहित करेगी। ग्रामीण खर्च और टैक्स राहत जैसे कदम उपभोग को और मजबूत करेंगे। हालांकि, वैश्विक जोखिम जैसे अमेरिकी व्यापार नीतियां और भू-राजनीतिक तनाव बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह है कि वे ‘बारबेल’ रणनीति अपनाएं, यानी निवेश और उपभोग थीम्स में संतुलन बनाएं। लार्ज-कैप स्टॉक्स, जो FY25-27 में 12-14% की आय वृद्धि दे सकते हैं, सुरक्षित विकल्प हो सकते हैं। मिड और स्मॉल-कैप में सावधानी बरतें, क्योंकि इनके वैल्यूएशन ऊंचे हैं। सही स्टॉक चयन और अनुशासित निवेश से 2025 का बाजार नए अवसर ला सकता है।
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