रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों F-35 और Su-57 के तत्काल विदेशी अधिग्रहण की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि भारत इनके लिए कोई औपचारिक वार्ता में शामिल नहीं है। नवंबर 2024 में पदभार संभालने वाले 1989 बैच के IAS अधिकारी सिंह ने स्वदेशी उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) कार्यक्रम को प्राथमिकता बताया।
सिंह ने स्पष्ट किया, “इन [विमानों] के लिए कोई औपचारिक परामर्श नहीं चल रहा है।” यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत स्वदेशी रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है। AMCA, जो एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और भारतीय वायुसेना (IAF) के सहयोग से विकसित हो रहा है, में कम रडार क्रॉस-सेक्शन, सुपरक्रूज क्षमता, और AI आधारित कॉकपिट जैसी विशेषताएं होंगी।
AMCA का पहला प्रोटोटाइप 2028 में उड़ान भरेगा, और उत्पादन 2030 के शुरू में शुरू होगा। यह कदम चीन के J-20 और FC-31 जैसे उन्नत विमानों के जवाब में लिया गया है, हालांकि विदेशी जेट की उच्च लागत और तकनीक हस्तांतरण जटिलताओं को प्राथमिकता से बचते हुए स्वदेशी विकास पर जोर है।